भारत का एक रहस्यमयी मंदिर जिसका रहस्य आज तक कोई नही जान सका

ग्रहों की बाधाएं दूर करते है उज्जैन के कालभैरव देवों के देव हैं महादेव. हर दुख को खुद पर लेकर भक्तों को भयमुक्त करने वाले है भोले. पहले तो उन्होंने समुद्र मंथन में निकले विष को पीकर देवताओं को बचाया और नीलकंठ कहलाए, फिर उन्होंने उज्जैन में ब्रह्मा को राह दिखाने के लिए न सिर्फ अपने नेत्र से काल भरैव को प्रकट किया बल्कि भक्तों की बुराईयों को अपने अंदर समाने के लिए खुद मदिरा का पान करने लगे. वो भी साक्षात, सबके सामने. जी हां! उज्जैन में काल भैरव आज भी दिखाते हैं चमत्कार... महाकाल की नगरी उज्जैन में हर दिन चमत्कार होता है. आंखों के सामने चमत्कार. यहां हर दिन भगवान भक्तों की मदिरा रूपी बुराई को निगल लेते हैं और दूर कर देते हैं उनके हर कष्ट. मृत्यु के स्वामी, संहार के देवता और कालों के काल महाकाल की नगरी... उज्जैन. महाकाल की इस नगरी के पांव पखारती पवित्र शिप्रा नदी जिसे मोक्षदायिनी शिप्रा भी कहते हैं. धर्म ग्रथों के मुताबिक उज्जैन जीवन और मौत के चक्र को खत्म कर भक्तों को मोक्ष देता है और जहां के कण-कण में महाकाल यानि शिव का वास है. शिव की इसी नग...