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Showing posts from October, 2018

तुझे कब से पुकारे तेरा लाल

माँ शेरोवाली आजा मेहरो वाली, तुझे कब से पुकारे तेरा लाल आजा माँ शेरोवाली वारु तुझपे मैं पूजा के थाल आजा माँ शेरो वाली माँ शेरोवाली आजा मेहरो वाली लगते है झूठे माँ सहारे सरे जग के रोना है मुझे तेरे चरणों से लग के मेरे अनसु कहे गे मेरा हाल आजा माँ शेरोवाली भक्ति में तेरी मैंने जीवन की शाम की पल पल जपी है मैया माला तेरे नाम की मेरी भक्ति का कर के ख्याल आजा मा शेरो वाली वारु तुझपे मैं पूजा के थाल,आजा माँ शेरो वाली

निर्धन के घर भी आ जाना

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जाना | जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना || ना छत्र बना सका सोने का, ना चुनरी घर मेरे टारों जड़ी | ना पेडे बर्फी मेवा है माँ, बस श्रद्धा है नैन बिछाए खड़े || इस श्रद्धा की रख लो लाज हे माँ, इस विनती को ना ठुकरा जाना | जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना || जिस घर के दिए मे तेल नहीं, वहां जोत जगाओं कैसे | मेरा खुद ही बिशोना डरती माँ, तेरी चोंकी लगाऊं मै कैसे || जहाँ मै बैठा वही बैठ के माँ, बच्चों का दिल बहला जाना | जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना || तू भाग्य बनाने वाली है, माँ मै तकदीर का मारा हूँ | हे दाती संभाल भिकारी को, आखिर तेरी आँख का तारा हूँ || मै दोषी तू निर्दोष है माँ, मेरे दोषों को तूं भुला जाना | जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना ||

ले के पूजा की थाली ज्योत मन की जगाली

भजन गंगा ×Bhajan Ganga प्रथम पन्ना home कृष्ण भजन krishna bhajans शिव भजन shiv bhajans हनुमान भजन hanuman bhajans साईं भजन sai bhajans जैन भजन jain bhajans दुर्गा भजन durga bhajans गणेश भजन ganesh bhajans राम भजन raam bhajans गुरुदेव भजन gurudev bhajans विविध भजन miscellaneous bhajans विष्णु भजन vishnu bhajans बाबा बालक नाथ भजन baba balak nath bhajans देश भक्ति भजन patriotic bhajans खाटू श्याम भजन khatu shaym bhajans रानी सती दादी भजन rani sati dadi bhajans बावा लाल दयाल भजन bawa lal dayal bhajans शनि देव भजन shani dev bhajans आज का भजन bhajan of the day भजन जोड़ें add bhajans Get it on Google Play ले के पूजा की थाली ज्योत मन की जगाली ले के पूजा की थाली, ज्योत मन की जगाली, तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ । तू जो दे दे सहारा, सुख जीवन का सारा, तेरे चरणों पे वारुण, भोली माँ ॥ धूल तेरे चरणों की ले कर माथे तिलक लगाया । यही कामना लेकर मैया द्वारे तेरे मैं आया । रहूँ मैं तेरा हो के, तेरी सेवा में खो के, सारा जीवन गुजारूं, भोली माँ ॥ सफल हुआ यह जनम के मैं था जन्मो से कंगाल । तुने भक्ति का ...

क्षमा करो अपराध, शरण माँ आया हूँ

क्षमा करो अपराध, शरण माँ आया हूँ माता वैष्णो द्वार मै झुकायाँ हूँ देवों के सब संकट तारे रक्त बीज मधु केट्भ मारे शुम्भ अशुम्भ असुर संघारे किया भगत कल्याण, शरण माँ आया हूँ बालकपन खेलों में गवायाँ योवन विषयों में भरमाया बुढापन कुछ काम न आया जीवन सफल बनाओ, शरण माँ आया हूँ धन योवन का साथ नहीं है विदयाधन कुछ पास नहीं है नाम बड़ा नहीं काम बड़ा नहीं नहीं बड़ा कुल धाम, शरण माँ आया हूँ धर्म मार्ग मुझको न सुहाते सदा कुमार्ग मुझको भाते मन चंचल तेरा ध्यान न करता बड़ा चबल नादान, शरण माँ आया हूँ घर बहार से हूँ ठुकराया विषयों मैं भटका घबराया समय गवां कर मैं पछताया विषय सर्प मन दशा, शरण माँ आया हूँ माँ विपदा ने मुझे हैं घेरा बिन तेरे अब कोई न मेरा दिन बंधू माँ नाम है तेरा करो सफल निज धाम, शरण माँ आया हूँ क्षमा करो अपराध, शरण माँ आया हूँ माता वैष्णो द्वार मै झुकायाँ हूँ

श्री दुर्गा चालीसा

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ॐ सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके । शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते ॥ श्री दुर्गा चालीसा नमो नमो दुर्गे सुख करनी । नमो नमो अम्बे दुःख हरनी ॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी । तिहूँ लोक फैली उजियारी ॥ शशि ललाट मुख महाविशाला । नेत्र लाल भृकुटी बिकराला ॥ रूप मातु को अधिक सुहावे । दरश करत जन अति सुख पावे ॥ तुम संसार शक्ति लय कीना । पालन हेतु अन्न धन दीना ॥ अन्नपूर्णा तुम जग पाला । तुम ही आदि सुन्दरी बाला ॥ प्रलयकाल सब नाशनहारी । तुम गौरी शिवशंकर प्यारी ॥ शिव योगी तुम्हरे गुन गावें । ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें ॥ रूप सरस्वती का तुम धारा । दे सुबुधि ऋषि-मुनिन उबारा ॥ धर्‍यो रूप नरसिंह को अम्बा । परगट भईं फाड़ कर खम्बा ॥ रक्षा करि प्रहलाद बचायो । हिरनाकुश को स्वर्ग पठायो ॥ लक्ष्मी रूप धरो जग जानी । श्री नारायण अंग समानी ॥ क्षीरसिन्धु में करत बिलासा । दयासिन्धु दीजै मन आसा ॥ हिंगलाज में तुम्हीं भवानी । महिमा अमित न जात बखानी ॥ मातंगी धूमावति माता । भुवनेश्वरि बगला सुखदाता ॥ श्री भैरव तारा जग-तारिणि । छिन्न-भाल भव-दुःख निवारिणि ॥ केहरि वाहन ...

शारदीय नवरात्रि : आ रही है मां, मनचाहे वरदानों से भरिए अपनी खाली झोली

मां के स्वागत के दिन आ गए हैं। इस साल नवरात्रि 10 अक्टूबर से शुरू हो रही है। मां की आराधना का यह उत्सव इस साल दिनों का है। सालों बाद नवरात्रि में दस दिन तक मां की भक्ति कर मन चाहे वरदान पाने का मौका हम सभी के पास है। नवरात्रि में हम शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा की पूजा करते हैं। चैत्र के साथ अश्विन नवरात्रि का विशेष महत्व है। शारदीय नवरात्रि का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है, क्योंकि यह नवरात्रि पर्व दशहरे से ठीक पहले हैं और पूरा महीना ही त्योहारी सीजन से भरपूर है। महानवरात्रि के नौ दिनों में मां के अलग–अलग रुपों – मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री मां की शक्ति पूजा की जाती है। घटस्थापना नवरात्रि के पहले दिन होती है। 9 दिनों तक मां के लिए की जाने वाली पूजा और उपवास 10वें दिन कन्या पूजन के साथ खोला जाता है। नवरात्रि शुरुआत – 10 अक्टूबर (बुधवार) 2018 महाअष्टमी– 17 अक्टूबर महानवमी– 18 अक्टूबर (गुरुवार) 2018 नवरात्रि दौरान घर में घट स्थापना और पूजा विधि– नवरात्रि घट स्थापना समय नवरात्रि घट स्थापना मुहूर्त 2018 – 06:18:40 स...